CSJMU NEWS: अब विवि छात्रों को अनिवार्य रूप से पढ़ना होगा साइबर सिक्योरिटी विषय

CSJMU NEWS: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय ने एक बड़ा फैसला किया है। अब साइबर सिक्योरिटी विषय विवि और संबद्ध कॉलेजों में अनिवार्य हो गया है। यह कोर्स पहले और तीसरे सेमेस्टर में पढ़ाया जाएगा और 500 रुपये की फीस होगी।

गुरुवार को हुई प्राचार्यों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। लेकिन, कुछ कॉलेजों में इस फैसले से नाराजगी है। छात्रों को अतिरिक्त बोझ पड़ने की आशंका है।

प्रमुख बिंदु:

  • छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में साइबर सिक्योरिटी विषय अब अनिवार्य हो गया है।
  • यह पाठ्यक्रम पहले और तीसरे सेमेस्टर में पढ़ाया जाएगा।
  • इस वोकेशनल कोर्स की फीस 500 रुपये प्रति सेमेस्टर होगी।
  • कॉलेजों में इस आदेश से नाराजगी है क्योंकि छात्रों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
  • साइबर सुरक्षा की आवश्यकता को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

साइबर सिक्योरिटी विषय अनिवार्य क्यों बनाया गया?

विश्वविद्यालय ने छात्रों को साइबर सिक्योरिटी विषय पढ़ने को अनिवार्य बनाया है। आज के डिजिटल युग में डिजिटल सुरक्षा की जरूरत है। छात्रों को डेटा सुरक्षा और साइबर अपराध से बचाव के बारे में जानना चाहिए।

डिजिटल युग में सुरक्षा की आवश्यकता

आज का समय डिजिटल युग है। हर काम ऑनलाइन होता है। इसलिए, साइबर सुरक्षा जरूरी है ताकि संवेदनशील जानकारी सुरक्षित रहे।

विश्वविद्यालय की दूरदर्शिता

CSJMU ने भविष्य के साइबर हमलों से निपटने के लिए तैयारी की है। छात्रों को साइबर सिक्योरिटी के बारे में जागरूक करना चाहता है।

साइबर सुरक्षा महत्वपूर्ण क्यों है?विवि की दूरदर्शिता
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“डिजिटल युग में सुरक्षा की अभूतपूर्व आवश्यकता है, और साइबर सिक्योरिटी विषय इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”

CSJMU NEWS: अब विवि छात्रों को अनिवार्य रूप से पढ़ना होगा साइबर सिक्योरिटी विषय

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) ने सभी सम्बद्ध कॉलेजों में साइबर सिक्योरिटी विषय को अनिवार्य कर दिया है। यह नया नियम पहले और तीसरे सेमेस्टर में लागू होगा। विवि छात्रों को इस अनिवार्य पाठ्यक्रम को पढ़ना होगा। कोर्स की फीस 500 रुपये प्रति सेमेस्टर है।

इस कदम का उद्देश्य डिजिटल युग में छात्रों को सूचना प्रौद्योगिकी सुरक्षा के महत्व से अवगत कराना है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह कोर्स विवि छात्रों को भविष्य में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर अवसर प्रदान करेगा।

  • पहले और तीसरे सेमेस्टर में इस कोर्स को अनिवार्य बनाया गया है।
  • कोर्स की फीस 500 रुपये प्रति सेमेस्टर है।
  • यह कदम डिजिटल युग में सूचना प्रौद्योगिकी सुरक्षा के महत्व को दर्शाता है।
  • विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह कोर्स विवि छात्रों को भविष्य में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर अवसर प्रदान करेगा।

“इस कोर्स के माध्यम से हम छात्रों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए तैयार करना चाहते हैं।” – CSJMU प्रशासन

साइबर सिक्योरिटी कोर्स का विवरण

छात्रों के लिए नया साइबर सिक्योरिटी कोर्स एक बड़ा कदम है। इस कोर्स में छात्रों को कंप्यूटर नेटवर्किंग, साइबर कानून, डेटा सुरक्षा और क्लाउड सुरक्षा जैसे विषयों पर ज्ञान दिया जाएगा। साथ ही, साइबर अपराध के बारे में भी बताया जाएगा।

पाठ्यक्रम की रूपरेखा

इस साइबर सिक्योरिटी कोर्स में कई मुख्य विषय शामिल हैं। इनमें कंप्यूटर नेटवर्किंग, साइबर कानून, डेटा गोपनीयता और क्लाउड सुरक्षा शामिल हैं। साथ ही, साइबर अपराध और उनका अन्वेषण भी सीखा जाएगा।

शिक्षण पद्धति

इस पाठ्यक्रम में दोनों तरह का ज्ञान दिया जाएगा। शिक्षण पद्धति में प्रयोगशाला सत्र, प्रेजेंटेशन, केस स्टडी और उद्योग विशेषज्ञों के इंटरैक्शन शामिल हैं।

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इस तरह से, साइबर सिक्योरिटी कोर्स छात्रों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षा के बारे में जानकारी देगा।

कॉलेजों और छात्रों की प्रतिक्रिया

विश्वविद्यालय के नए फैसले से कुछ कॉलेज नाराज हैं। उनका मानना है कि यह छात्रों की जेब पर बोझ बढ़ाएगा और कॉलेजों को निवेश की जरूरत होगी।

लेकिन, छात्रों को साइबर सिक्योरिटी कोर्स से काफी उत्साहित हैं। उन्हें डिजिटल सुरक्षा के बारे में ज्ञान मिलने से उनका भविष्य अच्छा होगा।

कॉलेज प्रशासकों का मानना है कि यह फैसला छात्रों के लिए बोझ होगा। लेकिन, छात्र इस कोर्स को अपने भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं। दोनों पक्षों में मतभेद है, लेकिन फैसला संतुलित है।

इस कोर्स से छात्रों को डिजिटल युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाएगा। यह कदम छात्रों के भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है और सकारात्मक प्रभाव दिखाएगा।

सामान्य प्रश्न और उत्तर (FAQ)

प्र: साइबर सुरक्षा विषय को अनिवार्य क्यों बनाया गया?

उ: डिजिटल युग में सुरक्षा की जरूरत है। छात्रों को साइबर अपराध से बचना सीखना चाहिए। विवि ने भविष्य के साइबर हमलों से निपटने के लिए यह कदम उठाया है।

प्र: साइबर सुरक्षा कोर्स में क्या पढ़ाया जाएगा?

उ: साइबर सुरक्षा कोर्स में छात्रों को कई विषयों का अध्ययन कराया जाएगा। इनमें कंप्यूटर नेटवर्किंग, साइबर कानून, डेटा सुरक्षा और क्लाउड सुरक्षा शामिल हैं।

इस कोर्स में व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान दिया जाएगा।

प्र: कॉलेजों और छात्रों की प्रतिक्रिया क्या है?

उ: कॉलेजों में इस फैसले से नाराजगी है। वे छात्रों की जेब पर बोझ बढ़ाने की बात करते हैं।

छात्रों का मानना है कि यह कोर्स उनके लिए लाभकारी होगा। वे डिजिटल सुरक्षा के बारे में ज्ञान हासिल करेंगे।

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